कोरोनावायरस का नाम किसने दिया? Covid-19 ka naam kaun rakha hai?

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 Who gave the name Coronavirus? (कोरोनावायरस का नाम किसने दिया?)


11 फरवरी, 2020 को विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा एक प्रेस रिलीज जारी किया गया, जिसके माध्यम से 2019 की कोरोनावायरस बीमारी को कोविड-19 नाम दिया। इसलिए कोरोनावायरस का नाम WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के द्वारा दिया जाता हैं

  
How was COVID-19 named? (COVID-19 का नाम कैसे पड़ा?)
How was COVID-19 named? (COVID-19 का नाम कैसे पड़ा?)



Who gives names of the virus? (वायरस का नाम कौन रखता है?)


वायरस का नाम :- नैदानिक परीक्षणों, टीकों और दवाओं के विकास को सुविधाजनक बनाने के लिए उनके आनुवंशिक संरचना के आधारित पर रखा जाता है। वायरोलॉजिस्ट और अन्य वैज्ञानिक समुदाय इस काम को करते हैं। वायरस का नाम इंटरनेशनल कमिटी ऑन टैक्सोनॉमी ऑफ वायरस (ICTV) द्वारा रखा जाता है



How was COVID-19 named? (COVID-19 का नाम कैसे पड़ा?)


कोरोनावायरस का नाम संक्षेप में COVID-19 है। इसका पूरा नाम  Coronavirus diseases हैं।  यह बीमारी 2019 में फैली इसलिए इस वायरस का पूरा नाम COronavirus diseases 2019 हुआ। यहां CO मतलब Corona, VI मतलब virus  और D का मतलब diseases हैं। यानी CO, VI, D और 19 मिलाकर COVID-19 नाम कर दिया गया। COVID-19 उस महामारी का नाम है जो SARS-CoV2 वायरस से होती है।



Which virus is causing COVID-19? (COVID-19 किस वायरस के कारण होता हैं?)

 

    Covid-19 SARS-CoV2 वायरस के कारण होता हैं, जो अभी इस बीमारी को महामारी नाम से भी जाना जाता हैं।



How was coronavirus named coronavirus? (कोरोनावायरस का नाम कोरोनावायरस कैसे पड़ा?)


कोरोनावायरस का नाम 'कोरोना' से लिया गया है। कोरोना का लैटिन में मतलब क्राउन या ताज होता है। कोरोनावायरस की सतह पर कांटे जैसी आकृति होती है, जो देखने में ताज जैसी लगती है। इसी वजह से कोरोनावायरस का नाम कोरोना नाम दिया गया


   सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के मुताबिक, कोरोनावायरस बहुत सारे वायरसों का एक समूह है। इनके संक्रमण से फ्लू जैसा लक्षण देखने को मिलता है। जैसे :- नाक का बहना, खांसी, गले में दर्द और बुखार।


 यह बीमारी संक्रमण में स्थिति और खराब हो सकती है और संक्रमित व्यक्ति न्यूमोनिया जैसी स्थिति में भी पहुंच सकता है। 



When gives named of the coronavirus COVID-19? (कोरोनावायरस का नाम COVID-19  कब दिया गया?)


31 दिसंबर, 2019 को चीन के डब्ल्यूएचओ कंट्री ऑफिस में न्यूमेनिया के सामने नए और अजीबोगरीब मामले सामने आए। उसका कारण तो पता नहीं था।


   चीन के वुहान शहर में इस तरह के मामले बड़ी संख्या में सामने आए। फिर पता चला कि ये संक्रण नए कोरोनावायरस की वजह से हो रहा है जिसका नाम 2019 नोवल कोरोनावायरस (2019-nCoV) दिया गया।


    बाद में 11 फरवरी, 2020 को टैक्सोनोमी ऑफ वायरसेज की इंटरनैशनल कमिटी ने इसका नाम severe acute respiratory syndrome coronavirus 2 या SARS-CoV2 दिया। इसका नाम SARS-CoV2 इसलिए दिया गया क्योंकि यह उस कोरोनावायरस का जेनेटिक कजन है, जिससे 2002 में SARS-CoV फैला था।



Why was it renamed COVID-19? (फिर इसका नाम बदलकर COVID-19 क्यों रखा गया?)


आधिकारिक तौर पर बीमारियों का नाम डब्ल्यूएचओ रखता है। नाम रखते वक्त यह ध्यान रखा जाता है कि यह किसी खास जगह, जानवर या आदमी से संबंधित न हो। साथ ही नाम आसान भी हो और बीमारी से जुड़ा भी हो। SARS-CoV2 के मुकाबले COVID-19 ज्यादा आसान है।




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