Boys Attitude Quotes
Boys Attitude Quotes
अभी तो मैं कांच हूँ, इसलिए दुनिया को मैं चुभता हूँ,
जब हम आइना बनेगें, तो पूरी दुनिया देखेगी...!
Boys Attitude |
Abhi to main Kanch Hun, Isaliye Duniya Ko main Chubhta Hun,
Jab ham Aainaa Banwhen to Duniya Dekhegi...!
तेरी मोहब्बत की हमें तलब थी
इसलिए हाथ फैला दिए,
वरना कभी हमने तो अपनी
जिन्दगी की दुआ भी नहीं मांगी...!
Teri Mohabbat Ki hame Talab Thi
Isliye Haath Faila Diye,
Varna kabhi Humne To Apni
Zindagi Ki Dua Bhi Nahi Maangi...!
अंजाम की जब परवाह होती हैं,
तो हम मोहब्बत करना छोड़ देते हैं...!
मोहब्बत में तो हमें जिद होती है,
और जिद के तो बड़े पक्के हैं हम...!
Anjaam Ki Parwah Hoti hai,
To Hum Mohabbat Karna Chhod Dete hai...!
Mohabbat Me To hame Zid Hoti Hai,
Aur Zid Ke to Bade Pakke Hain Hum...!
अभी सूरज नहीं डूबा ज़रा शाम होने दो,
मैं खुद ही लौट जाऊंगा जरा मुझे नाकाम होने दो...!
मुझे बदनाम करने का बहाना क्यों ढूढ़ते हो,
मैं खुद ही हो जाऊंगा बदनाम पहले नाम होने दो...!
Abhi Suraj Nahi Duba jara Shaam Hone Do,
Main Khud Hi Laut Jaunga jara Mujhe Nakam Hone Do...!
Mujhe Badnaam Karne Ka Bahana kyo Dhundhte Ho,
Main Khud hi Ho Jaunga Badnaam Pehle Naam Hone Do...!
Stylish Boy With Attitude
आदतें मेरी बुरी नहीं शौक ऊँचे हैं,
वरना किसी के ख्वाब का इतनी औकात नहीं कि
हम देखें और पूरा न हो...!
Aadatein meri Buri Nahi Shak Unche Hain,
Varna Kisi Khwab Ka Itni Aukat Nahi Ki
Hum Dekhein Aur Poora Na Ho...!
मुझसे अगर नफरत करनी है,
तो इरादे मजबूत रखना...!
जरा सा भी अगर चूक हुआ,
तो फिर से मोहब्बत हो जाएगी...!
Boys Attitude |
Mujhse agar Nafrat Karni Hai,
To Iraade Majboot Rakhna...!
Jara Sa Bhi Agar Chuk hua,
To Fir se Mohabbat Ho Jayegi...!
आग लगाना तो मेरी फितरत मे नहीं,
मेरी सादगी से लोग जले तो मेरा क्या कसूर...!
Aag Lagana to Meri Fitrat Me Nahin,
Meri Sadagi Se Log Jale To Mera Kya Kasoor...!
तेरी मोहब्बत को हमने कभी खेल नहीं समझा,
वरना हम खेल इतने खेले हैं कि कभी हारे नहीं...!
Teri Mohabbat Ko hamne Kabhi Khel Nahi Samjha,
Varna han Khel Itne Khele Hain Ki Kabhi Haare Nahi...!
Cute Boy With Attitude
ये नहीं समझते कि आप के काबिल नहीं हैं हम,
तड़प रहें हैं वो जिन्हें हासिल नहीं हैं हम...!
Ye nahi samjhate ki aap ke kabil nahi hai ham,
Tadap rahe hai vo jinhe hasil nahi hai ham...!
ज़मीं पर रह कर आसमान को छूने की फितरत है मेरी,
पर गिरा कर किसी को उपर उठने का शौक नहीं मुझे...!
Zamin Par Rah Kar Aasmaan ko Chhune Ki Fitrat Hai Meri,
Par Gira Kar Kisi Ko Upar Uthane Ka Shauk Nahi Mujhe...!
हर किसी के हाथ से बिक जाने को तैयार नहीं,
यह मेरा दिल है, तेरे शहर का अख़बार नहीं...!
Har Kisi Ke Hath se Bik Jaane Ko Taiyar Nahi,
Yeh Mera Dil Hai, Tere Sahar Ka Akhbaar Nahi...!
टहनी से गिर कर टूट जाऊ मै वो पत्ता नही,
आंधियो से कह दो कि अपनी औकात मे रहें...!
Tahani Se Gir Kar Toot Jaaun Main Wo Patta Nahi,
Aandhiyon Se Kah Do Ki Apni Aukaat Me Rahen...!
कहते हैं हर बात को जुबां से इशारा नहीं करते,
आसमान पर चलने वाले जमीं से गुजरा नहीं करते...!
हर हालात को बदलने की हिम्मत है मुझे,
वक़्त के हर फैसले को हम गवारा नहीं करते...!
Kahte Hain Har Baat ko Juban Se Ishara Nahin Karte,
Aasman Par Chalne Wale Jameen Se Gujara Nahin Karte...!
Har Haalaat Ko Badalne Ki Himmat Hai mujhe,
Waqt Ke Har Faisle ko Ham Gawaara Nahin Karte...!