Fauji Shayari
Fauji Shayari
कश्मीर में कभी सर्दी नहीं होती,
मुंबई में कभी गर्मी नहीं होती...!
मुझे भी शौक है घर जाकर त्यौहार मनाने का,
अगर ये जिस्म में वर्दी नहीं होती...!
Army status |
Kashmir me kabhi sardi nahi hoti,
Mumbai me kabhi garmi nahi hoti...!
Mujhe bhi sok hai ghar jakar tyohar manane ka,
Agar ye jism me vardi na hoti...!
खुशबू तो वह है जो वतन पर मिट जाते हैं,
मर कर भी वो अमर हो जाते हैं...!
करता हूं मैं सलाम वतन पर मिटने वालों को,
जिसके सांसो में तिरंगे का नसीब बसते हैं...!
Khushabo to vah hai jo vatan par mit jate hai,
Mar kar bhi vo amar ho jate hai..!
Karta hu main salam vatan par mitane walo ko,
Jiske sanso me tirange ka nasib hota hai...!
तूफानों का रुख मोड़ने का दम रखते हैं,
लबों पर हंसी और आंखों में नाम रखते हैं...!
दुनिया वालो ना परखो मेरी बहादुरी को,
क्योंकि सांसों में बारूद और जिगर में बम रखते हैं...!
Army status |
Tufano ka rukh modane ka dam rakhate hai,
Lavo par hasi or aankho me nam rakhate hai...!
Duniya walo na parkho meri bahaduri ko,
Sanso me barud or Jigar me bam rakhate hai...!
पत्थर तोड़ने का नहीं पहाड़ का हौसला है,
हथौड़ी मुश्किल में जो तोड़ नहीं सकती...!
हम हिंदुस्तानी कश्ती नहीं बल्कि वह जहाज हैं,
जिनका रुख आंधियों में मोड़ नहीं सकते...!
Patthar todane ka nahi pahad ka hosala hai,
Hathodi muskhile ki jise tod nahi sakati...!
Ham hindustani kashti nahi balki vo jahaj hai,
Jinka Rukh aandhiyo bhi mod nahi sakati...!
Fauji ki Shayari
घर अपना छोड़कर सरहद को ठिकाना बना लिया,
हथेली पर जान रख के देश के हिफाजत के लिए अपना धर्म बना लिया...!
Ghar apna chhod kar, sarhad ko thikana bana liya,
Hatheli par jaan rakh ke, desh ke hifajat ke liye dharm bana liya...!
आसान नहीं है यारों एक फौजी होना,
दूसरों की सलामती के लिए अपना सब कुछ खोना...!
Aasan nahi hai yaro ek Fauji hona,
Dusaro ki salamati ke liye apna sab kuchh khona...!
अपनी जिंदगी तो फौजी है यारों,
अंत तो किसी सरहद पर होगा...!
चिता मेरी बारूद से जलेगी,
कफन मेरा तिरंगे होगा...!
Apni jindagi to Fauji hai yaro,
Anat to kisi sarhad par hoga...!
Chita meri barud se jalegi,
Kafan mera tirange hoga...!
पाना है मुझे जो मुकाम वह अभी बाकी है,
करना है जो मुझे काम वो सरहद पर बाकी है...!
Pana hai mujhe jo mukam,
Vo to abhi baki hai...!
Karana hai jo mujhe kam,
Vo sarhad par baki hai...!
Fauji Shayari Hindi
मौत को हमने बेहद करीब से चूम आया,
आज फिर से हम कब्रिस्तान घूम आया...!
Army status |
Maut ko hamne behad karib se chum aaya,
Main aaj phir se kabristan ghum ke aaya...!
अभी तक नहीं खोला वह खून नहीं पानी है,
जो देश के कभी काम ना आए वह बेकार जवानी है...!
Jo abhi tak nahi khola vo khun nahi pani hai,
Jo desh ke kabhi kam na aaye vo bekar jawani hai...!
बुड्ढा तो हर कोई कहलाता है
लेकिन भारत मां का जवान सिर्फ जवान कहलाता है...!
Buddha to har koi kahlata hai,
Lekin Bharat Maa ka jawan sirf jawan kahlata hai...!
मुझे ना तन चाहिए और ना ही धन चाहिए,
मुझे तो बस अमन से भरा वतन चाहिए...!
जब तक मैं जिंदा रहूं इस मातृभूमि के लिए,
और जब मैं मर जाऊं तो मुझे तिरंगे कफन चाहिए...!
Mujhe na tan chahiye or na hi dhan chahiye,
Mujhe to bas Aman se bhara vatan chahiye...!
Jab tak main jinda rahu is matri-bhumi ke liye,
Or jab me maru to mujhe tirange kafan chahiye...!