हाय दोस्तों,
मैं रामजी आपके लिए कुछ maa ke liye best shayari लाए हैं। आज 11 मई हैं यानी Mother Day हैं तो आज हम मां के लिए ही कुछ शायरी लाया हूं।
मैं रामजी आपके लिए कुछ maa ke liye best shayari लाए हैं। आज 11 मई हैं यानी Mother Day हैं तो आज हम मां के लिए ही कुछ शायरी लाया हूं।
Maa ke liye best shayari
जीवन में तो बहुत ही कठिनाइयां आती है।
आखिर में साथ देने वाला मां ही होती है।।
Jivan me to bahut hi kathinaiyo aati hai.
Aakhir me sath dene wala maa hi hota hai...
इस जीवन में खुशियां देने वाले बहुत हैं।
लेकिन मां जैसा खुशियां देने वाला कोई नहीं है।।
Is jivan me khushiyo dene wala bahut hai.
Lekin maa jaisa khushi dene wala koi nahi hai...
एक मां बच्चे के बिना आधा घंटा भी नहीं रह पाते हैं।
लेकिन वही बच्चे बड़ा होकर मां को बहुत दर्द देते हैं।।
Ek maa bachche ke bina aadha ghanta bhi nahi rah pate hai.
Lekin vahi bachche bade hokar maa ko bahut dard dete hai...
अक्सर दम तोड़ देती है मां की ममता
जब कोई बेटा कहता है कि तुम मेरे लिए किया है क्या।
Aksar dam tod deti hai maa ki mamta
Jab koi beta kahta hai ki tum mere liye kiya hi kya.
ये रूह के रिश्ते की गहराई तो देखिए
जब चोट लगती हैं हमें तो चिल्लाती है मां।
हम खुशी में भले ही भूल जाते लेकिन
जब मुसीबत आती है तो सबसे पहले याद आती है मां।।
Ye ruh ke rishte ki gahrai to dekhi
Jab chot lagti hai hame to chillati hai maa.
Ham khushi me bhale hi bhul jate lekin
Jab musibat aati hai to sabse pahle yad aati hai maa...
मेरी मां तो मेरे लिए आज भी अनपढ़ हैं।
मैं एक रोटी मांगता हूं तो दो रोटी देती है।।
Meri maa to mere liye aaj bhi anphad hai.
Mai ek roti mangta hu to do roti deti hai...
तुम क्या सिखाओगे हमें प्यार करने का तरीका
हमने तो प्यार करना मां से सीखा है।।
Tum kya sikhaoge hame pyar karne ka tarika
Hamne to pyar karna maa se sikha hai...
हालातों के आगे सब लोग अंजाम दे देती हैं।
लेकिन हर पल साथ देने वाला सिर्फ मां होती है।।
Halato ke aage sablog anjam de deti hai.
Lekin har pal sath dene wala sirf maa hoti hai...
हर दर्द सह कर भी हमें खुश रखती है मां।
आखिर में क्यों भूल जाते हैं इस मां को।।
Har dard sahkar bhi hame khush rakhati hai maa.
Aakhir me kyo bhul jate hai is maa ko...
चाहे कितना भी पढ़ लो किताबों के पन्नों पर,
लेकिन कुछ भी कहो कहीं कम नहीं होती मां की ममता पर।
Chahe Kitna bhi padh lo kitabon ke pannon per,
lekin Kuchh Bhi Kaho kahi kam Nahin Hoti Hain Maan Ki Mamta par.
Thanks!