Jindagi ka sad shayari
कोई चाहत में तड़प के देखता है,
तब पता चलता है कि मोहब्बत क्या होता हैं।
अगर यू ही सब मिल जाते बिना तड़पे,
तो लोग कैसे समझते की प्यार क्या होता हैं।।
Koi chahat me tadap ke dekhata hai,
Tab pata chalata hai ki mohabbat kya hota hai.
Agar yu hi mil jata sab bina tadpe,
To log kaise samjhata ki pyar kya hota hai...
किसी को अपना बनाना हो तो आइने जैसा बनाओ,
हंसे भी साथ- साथ ओर रोए भी साथ - साथ।
Kisi ko apna banana ho aine jaisa banao,
Hanse bhi sath-sath or roye bhi sath-sath.
जो पल तेरे साथ बिताते थे अब यादों में बिताते हैं।
पहले जो हंस के बिताते थे अब रो के बिताते हैं।।
Jo pal tere sath bitate the ab yado me bitate hai.
Pahle jo Hans ke bitate the ab ro ke bitate hai...
तेरे बिन अब ये प्यार कैसा,
अब दिल का दीदार कैसा।
जब साथ तुम ही ना हो,
तो ये जिंदगी जीना कैसा।।
Tere bin ab ye pyar kaisa,
Ab dil ka Didar kaisa.
Jab sath tum hi na ho,
To ye jindagi jina kaisa...
जो हम करते थे घंटों तक बातें,
अब सेकेंडों का भी नसीब नहीं होता।
जब से तुम बिछड़ गई हैं हमसे,
तब से दिल में दर्द - ही - दर्द है होता।।
Jo ham karte the ghanto tak bate,
Ab sekendo ka bhi nasib nahi hota.
Jab se tum bichhad gai hai hamse,
Tab se dil me dard -hi -dard hai hota...
मेरी चाहतों को आक़ लेना,
मेरे अलावा किसी ओर को ना चाहना।
हर समय मेरे साथ ही रहना,
इस जिंदगी से कभी दूर मत होना।।
Meri chahto ko aak lena,
Mere aalava kisi or ko na chahana.
Har samay mere sath hi rahna,
Is jindagi se kabhi dur mat hona...
बेबस हूं, लाचार हूं, तेरे इस प्यार पर।
मैं खुद को भी भूल गया हूं,
तेरे इस इकरार पर।।
Bebas hu, lachar hu, tere is pyar par.
Mai khaud ko bhi bhul gaya hu,
Tere is ikarar par...
तेरे साथ जो बिताए पल कभी ना भूल पाऊ।
हर समय ये दिल कहता है कि सिर्फ तुझे ही चाहूं।।
Tere sath jo bitaye pal kabhi na bhul pau.
Har samay ye dil kahta hai ki sirf tujhe hi chahu...
जब तेरा याद आता है, तो बहुत ही दर्द होता हैं।
क्योंकि ना इसमें मेरा ओर ना ही तेरा खता हैं।।
Jab tera yad aata hai, to bahut hi dard hota hai.
Kyoki na isme tera or na hi mera khata hai...
ये मोहब्बत भी क्यों रुलाता है,
सब जानते हुए भी इससे दूर नहीं हो पाता हैं।
Ye mohabbat bhi kyo rulata hai,
Sab jante huy bhi isase dur na ho pata hai.
दर्द तो बहुत होता हैं,
जब किसी को अपना बनाकर भी अपना बना नहीं पाते।
Dard to bahut hota hai,
Jab kisi ko apna banakar bhi apna bna nahi pate.
अब यादें किसे करू,
जब यादों में सिर्फ तुम हो।
मुझसे दूर चली गई तो क्या हुआ,
मेरे लिए सिर्फ तुम ही हो।।
Ab yade kise karu,
Jab yado me sirf tum Ho.
Mujhase dur chali gai to kya hua,
Mere liye sirf tum hi ho...
ये इश्क, प्यार, मोहब्बत क्या होता हैं।
मुझे तो दर्द तब होता हैं, जब तेरा याद आता हैं।।
Ye ishak, pyar, mohabbat kya hota hai.
Mujhe to dard tab hota hai, jab tera yad aata hai...
Thanks!