रात के अंधेरे में भी तो हर कोई
किसी को याद कर लेता है।
सुबह उठते ही जिसकी याद
आए मोहब्बत उसको कहते हैं...
मेरी उम्र बित चली है तुझको चाहते हुए
तू आज भी तो बेखबर है..... कल की तरह!
किसी को याद कर लेता है।
सुबह उठते ही जिसकी याद
आए मोहब्बत उसको कहते हैं...
मेरी उम्र बित चली है तुझको चाहते हुए
तू आज भी तो बेखबर है..... कल की तरह!
तमन्ना है मेरे मन की,
हर पल साथ तुम्हारा हो...!
जितनी भी सांसे चले मेरी
हर सांस पर नाम तुम्हारा हो...!
हवस होती तो पूरी कर भी लेते,
मोहब्बत थी इसलिए अधूरी रह गई।
मेरे दिल की धड़कनों को
तूने दिलबर धड़कना सिखा दिया,
जब से मिली है तेरी मोहब्बत मेरे इस दिल को,
ग़म में भी हसना सिखा दिया।
रब से आपकी खुशी मांगते हैं,
दुआओ में आपकी खुशी मांगते हैं,
सोचते हैं आप से क्या मांगे,
चलो आपसे उम्रभर की मोहब्बत मांगते हैं।
मत पूछ वजह की
तुझे क्यों चाहती हूं,
क्योंकि सच्चा इश्क वजह से नहीं
बेवजह से होती हैं।
एक सांस भी पूरी नहीं होती हैं अब तेरे ख्यालों के बिना,
तुमने ये कैसे सोचा कि जिंदगी गुजार देगे तुम्हारे बिना।
बादल गरजा पर बारिश नहीं आयी,
दिल धड़का पर आवाज नहीं आयी,
बिना हिचकी के गुजर गया मेरा दिन,
क्या एक पल भी हमारी याद भी नहीं आयी।
मैंने कब तुझसे जमाने की खुशी मांगी है,
एक हल्की सी मेरे लव ने हंसी मांगी है,
सामने तुझको बिठाकर तेरा दीदार करू,
अपनी आंखो में बसाकर तेरा इकरार करू,
जी में आता है कि तुझे जी भर कर प्यार करू।